शनिवार, 27 दिसंबर 2014

हिंदी विकास सम्मेलन

पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी परिपत्र-03/सम्मान/आवश्यक/2015 2012


राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन

अखिल भारतीय लेखक मिलन एवं पर्यटन शिविर
डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान समारोह
कवि सम्मेलन, विचार संगोष्ठी, अखिल भारतीय सांस्कृतिक समागम एवं पर्यटन
शुक्रवार, दिनांक 22 मई 2015 से रविवार, दिनांक 24 मई 2015 तक
सम्मान- डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान (51),  श्री जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान(5), श्री केशरदेव गिनिया देवी बजाज स्मृति सम्मान(5),
श्री जमनाधर पार्वती देवी माटोलिया स्मृति सम्मान(5), श्री जे. एन. बावरी स्मृति सम्मान(5)




1.   परिचय
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलांग द्वारा विगत 11 वर्षों में 200 से अधिक क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से किया जा चुका है। नौवीं बार शिलांग में अखिल भारतीय हिंदी लेखक सम्मान समारोह, पर्यटक शिविर, कवि-गोष्ठी, हिंदी संगोष्ठी एवं लेखक मिलन शिविर का आयोजन दिनांक 22 मई से 24 मई 2015 तक किया जा रहा है।
2.   उद्देश्य
a)     पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार की गति को तीव्र करना।
b)     इस क्षेत्र की विभिन्न भाषाओं के साहित्य को राष्ट्रभाषा हिंदी में अनुवाद कर उसका समुचित प्रसार करना।
c)     पूर्वोत्तर की संस्कृति और साहित्य का विकास करना। 
d)     हिंदी लेखकों को उनके साहित्यिक योगदान के आधार पर पुरस्कृत एवं सम्मानित करना।
e)     पर्यटन के माध्यम से लेखकों को प्रोत्साहित करना।
3.   सम्मान
लेखक मिलन शिबिर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र तथा सम्मान के लिए आमंत्रित लेखकों को डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, नागालैण्ड राज्य का पारंपरिक शॉल आदि प्रदान किये जाएंगे। अकादमी के किसी एक संरक्षक सदस्य को पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी सम्मान तथा जिन्हें डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान पूर्व में दिया जा चुका है, यदि वे दुबारा इस समारोह में शामिल होते हैं तो उन्हें श्री जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान, जे. एन. बावरी स्मृति सम्मान या श्रीमती गिनिया देवी केशरदेव बजाज स्मृति सम्मान प्रदान किया जाएगा। किसी भी प्रतिभागी को सम्मान के रूप में नकद राशि नहीं दी जाएगी।
  1. बहुभाषी काव्य गोष्ठी
लेखक मिलन शिविर के दौरान काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस गोष्ठी में कवि स्वरचित कविताओं का पाठ करेंगे। कविता पाठ के इच्छुक कवि अपना नाम पहले से ही कवियों की सूची में दर्ज कराएँ। इस सत्र के लिए अपनी 3-4 कविताओं की एक-एक प्रति अग्रिम प्रेषित करें। इनमें से किसी एक कविता के पाठ के लिए अनुमति दी जा सकती है। देवनागरी लिपि में लिखित कविताओं को ही स्वीकृति प्रदान की जाएगी। पाठ के लिए अपनी प्रति साथ लाएं। स्वीकृति के लिए अग्रिम पंजीयन पत्र के साथ संलग्न करें। यदि आप सासंकृतिक कार्यक्रम के दौरान गीत, संगीत, नृत्य आदि प्रस्तुत करना चाहते हैं तो इसका स्पष्ट उल्लेख पंजीयन पत्र में अवश्य करें।

5.   विचार संगोष्ठी (ये आलेख  में प्रकाशित किए जा सकते हैं)
लेखक मिलन शिविर के दौरान जो लेखक या प्रतिनिधि यदि अपना शोध पत्र पढ़ना चाहते हैं तो निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर अपना आलेख तैयार कर अग्रिम भेज सकते हैं। चयनित अग्रिम प्राप्त आलेखों को ही प्रस्तुत करने की अनुमति दी जाएगी
a)     पूर्वोत्तर भारत में हिंदी का विकास- समस्या और समाधान।
b)     पूर्वोत्तर भारत का हिंदी साहित्य।
c)     राष्ट्रीय एकता में हिंदी भाषा और नागरी लिपि की भूमिका
d)     राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास में पर्यटन का योगदान।
e)     पूर्वोत्तर भारत के किसी एक राज्य की हिंदी की दशा और दिशा ।
f)      वर्तमान शिक्षा नीति और राष्ट्र-पिता महात्मा गाँधी के विचार।
g)     पूर्वोत्तर भारत में महात्मा गाँधी के विचारों का प्रभाव ।
6.   लोकार्पण
लेखक मिलन शिविर के दौरान पूर्वोत्तर वार्ता नामक पत्रिका का लोकार्पण किया जाएगा। इस पत्रिका में पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की रिपोर्ट सहित कुछ रचनाकारों की रचनाएँ तथा प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए आलेख, सुझाव एवं प्रतिक्रियाएँ भी प्रकाशित की जाएगी।  
7.   प्रतिभागी
            इस समारोह में देश के विभिन्न राज्यों के मात्र 100 लेखकों सहित पूर्वोत्तर के साहित्यकार, हिंदी-प्रेमी, हिंदी-सेवी, पत्रकार, शिक्षक, शोध-छात्र, विद्यार्थी, विभिन्न कलाकार, हिंदी के क्षेत्र में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को भाग लेने के लिए (मात्र 25 प्रतिनिधियों को) आमंत्रित किया जाएगा। निर्धारित तिथि के बाद भेजी गई राशि को स्वीकार करने का उत्तरदायित्व अकादमी का नहीं होगा। अतः आपसे निवेदन है कि आप अंतिम तिथि से पूर्व अपना पंजीयन पत्र, सहयोग राशि, प्रतिभागी-विवरण आदि प्रेषित कर दॆं।
8.   पर्यटन
लेखक मिलन शिबिर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को बस द्वारा शिलांग से 72 कि.मी. दूर वर्षा के लिए विश्व प्रसिद्ध चेरापूँजी, मौसमाई का गुफा,  सेवेन सिस्टर्स जल प्रपात, थांगखरांग पार्क, बांगलादेश सीमा, इको पार्क आदि दर्शनीय स्थानों का भ्रमण, वन-भोज संयोजक की सुविधा के अनुसार कराया जाएगा।
09. पंजीकरण राशि
लेखक मिलन शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को पंजीकरण राशि के रूप में 100 रुपये जमा करना होगा। यदि आप पंजीकरण राशि जमा कर चुके हैं तो सिर्फ आप को शिविर सहयोग राशि जमा करना होगा। पंजीकरण राशि जमा होने की स्थिति में शिविर सहयोग राशि भेजते समय अपना पंजीयन संख्या अवश्य लिखें। साथ आने वाले मित्र या संबंधी को पंजीकरण राशि नहीं देना होगा। उनकी भागीदारी के लिए उनका शिविर सहयोग राशि एक साथ संलग्न करें, बाद में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
10. शिविर सहयोग राशि
शिविर सहयोग राशि (जिसमें तीन दिनों के लिए शाकाहारी भोजन, चाय, नाश्ता, पानी, सामूहिक आवास, पर्यटन, वनभोज आदि का व्यय शामिल है) प्रत्येक लेखक प्रतिभागी को 3,000/- (तीन हजार रुपए) अग्रिम भेजना होगा। स्थानीय अथवा शिलांग से बाहर के प्रतिभागी यह राशि पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी (PURVOTTAR HINDI ACADEMY) के नाम से शिलांग (Payable at SHILLONG) स्थित किसी बैंक-शाखा में देय  क्रॉस्ड डिमान्ड ड्राफ्ट द्वारा दिनांक 28-02-2015 से पूर्व भेज दें। यदि आपके साथ आपके परिवार का कोई सदस्य, मित्र अथवा संबंधी इस समारोह में शामिल होना चाहते हैं तो उनके लिए शिविर सहयोग राशि 2,000/- प्रति व्यक्ति ड्राफ्ट द्वारा एक साथ ही आपको भेजना होगा, जबकि एक प्रतिभागी पर लगभग 5000/- का व्यय होता है, जिसे हम स्थानीय सहयोग से पूरा करते हैं। आप के साथ आये प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान दिया जाएगा। 12 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागियों को इस समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं है। कोई भी राशि यदि आप मनीऑर्डर से भेजते हैं तो कूपन पर अपना पंजीयन संख्या, नाम और पूरा पता अवश्य लिखें। फोन द्वारा जानकारी प्राप्त कर लें कि आपका मनीऑर्डर मिला या नहीं। ड्राफ़्ट / मल्टी सीटी चेक स्पीड या रजिस्ट्री पोस्ट से ही भेंजे, किसी कूरियर से नहीं। (The Registration fee / Donation shall  not be refunded  or adjusted on any circumstances.)
एक परिवार के लिए एक कमरा देना संभव नहीं होगा। एक बड़े कमरे में 7--8 लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। यदि आप अकेले रहना चाहते हैं तो अपनी व्यवस्था स्वयं कर सकते हैं, परंतु राशि में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी और न आपके आने जाने का उत्तरदायित्व ही लिया जाएगा। यदि आपके लिए बाथरुम के साथ वाले कमरे दिये जाते हैं तो उसका प्रयोग आसपास के बिना बाथरूम वाले कमरों में रहने वाली महिलाएँ भी करेंगी। आपको किसी प्रकार की आपत्ति नहीं होनी चाहिए। आवास सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय आयोजन समिति का होगा। आपके किसी निर्णय या सुझाव को हम मानने के लिए बाध्य नहीं होंगे। 
पंजीकरण शुल्क, सहयोग राशि, सम्मान के लिए प्राप्त पुस्तकें, रचनाओं की फोटो कॉपी आदि किसी भी दशा में लौटाई नहीं जाएगी और न इस संदर्भ में किसी तरह का पत्राचार या फोन किया जाएगा। इस समारोह में शामिल होने पर आपको सम्मानित किया जा सकेगा। आपका सहयोग राशि प्राप्त होने के पश्चात कार्यक्रम स्थल, शिलांग पहुँचने के लिए मार्ग आदि की पूरी जानकारी स्पीड पोस्ट या ईमेल से प्रेषित की जाएगी। यदि आप इस राष्ट्रीय महत्व के शिविर में शामिल होने का मन बना चुके हैं तो 28 फरवरी से पूर्व अपना  शिविर सहयोग राशि अवश्य भेजवा दीजिए ताकि समय पर आपको आमंत्रण पत्र मिले और आप अग्रिम आरक्षण करा सके।
अग्रिम शिविर सहयोग राशि भेजने वाले प्रतिभागियों को ही आमंत्रित किया जाएगा । शिविर राशि के अभाव में आपका स्थान सुरक्षित नहीं करा पाएंगे। शिविर के दौरान किसी प्रकार की राशि  की प्राप्ति अथवा वापसी नहीं की जाएगी। इस परिपत्र को भलीभाँति पढ़ने के बाद ही सहयोग राशि भेजवाएं। हमें इस बात का विश्वास हो जाना चाहिए कि आपने इसे भलीभाँति पढ़कर समझ लिया है।
  1. समारोह में शामिल न होने पर
चूँकि सम्मेलन की सूचना काफी पहले दी जाती है और आपको सलाह दी जाती है कि परेशानी से बचने के लिए अग्रिम रेलवे आरक्षण करा लें। पूर्वोत्तर भारत में आने के लिए गाड़ियों की संख्या कम है तथा मई-जून का महीना अवकाश का होता है इसलिए पर्यटकों की भीड़ रहती है।  शिविर सहयोग राशि भेजने के पश्चात् यदि आप किन्ही अपरिहार्य कारणों से इस समारोह में शामिल नहीं हो पाते हैं तो इस स्थिति में आपका सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न और स्मारिका तीन महीने के भीतर  स्पीड पोस्ट द्वारा भेज दी जाएगी।
12. मानदेय
लेखक मिलन शिविर में भाग लेने वाले किसी भी स्थानीय अथवा शिलांग से बाहर के प्रतिनिधि को किसी प्रकार का मार्ग व्यय अथवा मानदेय देना संभव नहीं होगा। अतः सभी प्रतिभागियों को शिविर में स्वयं के खर्च से उपस्थित रहना होगा।
  1. आवासीय व्यवस्था
सीमित एवं सामूहिक आवासीय व्यवस्था को देखते हुए निवेदन है कि जो लेखक परिवार के साथ आवासीय व्यवस्था चाहते हैं वे किसी होटल में अपने आवास की व्यवस्था करवा सकते हैं। 
14. सहयोग एवं समर्थन
यह शिविर प्रतिभागियों और स्वैच्छिक संस्थाओं के आर्थिक सहयोग से आयोजित किया जाता है। इस शिविर को सफल बनाने के लिए आप के पूर्ण सहयोग एवं समर्थन की हम आशा रखते हैं। यदि आप अकादमी को स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देना चाहते हैं तो सहयोग राशि ड्राफ्ट या मल्टी सीटी चेक द्वारा भेज सकते हैं अथवा बैंक में जमा कर सकते हैं। आर्थिक सहयोगियों को अकादमी का संरक्षक सदस्य बनाने और उन्हें पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी सम्मान से सम्मानित करने के लिए विचार किया जा सकता है।
15. अंतिम निर्णय
संयोजक की सुविधा के लिए कार्यक्रम में परिवर्तन किया जा सकता है, जिसकी सूचना प्रतिभागियों को समयानुसार दी जाएगी। कार्यक्रम अथवा सम्मान संबंधी आयोजन समिति का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा। इस संबंध में यह अकादमी किसी तरह का विवाद बिल्कुल नहीं चाहती है। यदि कोई शिकायत अथवा सुझाव होने पर आप लिखित रूप में दे सकते हैं। तथापि किसी भी तरह का विवाद ईस्ट खासी हिल्स जिला न्यायालय में ही मान्य होगा।
  1. सहयात्री
आप ऐसे सहयात्री या सहभागी को साथ न लाएँ या पंजीकरण कराएं, जिनकी रुचि भाषा, साहित्य, पर्यटन आदि में नहीं है। समारोह के दौरान मद्यपान, धूम्रपान एवं मांसाहार निषेध है। जिनका पंजीकरण आपके साथ नहीं है, उन्हें कदापि साथ न लाएं और न  पंजीकरण के लिए आग्रह करें। 
  1. राशि बैंक में जमा करवाएँ
आप सहयोग राशि सीधे “PURVOTTAR HINDI ACADEMY” के खाते में चेक या नकद जमा कर सकते हैं। Account No. 10031895116, STATE BANK OF INDIA, Malki Branch, Code: 9105, MICR Code: SBIN0009105. नकद राशि बैंक में जमा करने पर 50 रुपये अधिक जमा करें।

  1.  शोध-छात्रों के लिए शुल्क में कमी
हिंदी अथवा किसी अन्य विषय में शोध करने वाले प्रतिभागियों अथवा 12 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के लिए पंजीकरण शुल्क 1500 रुपये निर्धारित की गयी है, जिसे अपने अभिभावक या शिक्षक के पंजीकरण शुल्क के साथ भेजना होगा। उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा तथा पर्यटन, वनभोज कविगोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। अपने साथ उन्हें परिचय पत्र लाना आवश्यक होगा।

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